Castor Oil: त्वचा-बालों ही नहीं, सेहत के लिए भी बहुत गुणकारी है।

कैस्टर ऑयल (अरंडी का तेल) कई तरह के उपयोगों के लिए जाना जाता है, जिनमें कब्ज से राहत, त्वचा और बालों के स्वास्थ्य में सुधार, और जोड़ों के दर्द में आराम शामिल हैं। यह एक प्राकृतिक रेचक (laxative) है और त्वचा को मॉइस्चराइज़ करने में भी मदद करता है। कैस्टर ऑयल थोड़ा गाढ़ा और चिपचिपा होता है, इसके चलते इसे दूसरे तेल के साथ मिलाकर इस्तेमाल किया जाता है। 

अरंडी एक फूल वाला पौधा है जो आमतौर पर दुनिया के पूर्वी हिस्सों में पाया जाता है। इन बीजों के कवर में राइसिन नाम का एक खतरनाक ज़हर होता है। इसीलिए बिना छिलके वाले अरंडी के बीजों को ही तेल बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।  हालाँकि, इस तेल को निकालने के लिए अरंडी की फलियों को गर्म करने से यह एंजाइम निष्क्रिय हो जाता है जिससे यह मानव उपयोग के लिए सुरक्षित हो जाता है। कैस्टर ऑयल में प्राकृतिक एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण मौजूद होते हैं, जो हमारे शरीर में विभिन्न संक्रमण को फैलने से रोकता है। आइए से जानते हैं अरंडी तेल किस तरह करता है कार्य और इस तेल के फायदे-नुकसान क्या हैं। 

कैस्टर ऑयल एक वनस्पति तेल है जिसे कैस्टर बिन्स यानी की अरंडी के बीजों से निकाला जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम रिसिनस कम्युनिस है और इसे हिंदी में अरंडी का तेल के नाम से जाना जाता है। इस तेल के अंदर फैटी एसिड के गुण पाए जाते हैं जिसके कारण इसका इस्तेमाल एक औषधि के रूप में किया जाता है। जिसमें पीठ दर्द,  गैस, कब्ज, स्किन प्रोब्लेम्स, दर्द, सूजन और दूसरी भी काफी समस्याएं शामिल हैं। आयुर्वेद में अरंडी यानी कैस्टर के पत्ते, बीज, फूल और जड़ हर हिस्से का इस्तेमाल दवाओं के तौर पर होता है। 

  

भारत में कैस्टर ऑयल बहुत आसानी से मिल जाता है। इसका इस्तेमाल गैर-औषधीय यानी की एक प्रेज़रवेटिव और फ्लेवरिंग एजेंट के रूप में भी किया जाता है। इसका इस्तेमाल स्किन संबंधी प्रोडक्ट्स जैसे की साबुन, शैंपू, क्रीम, डाई, प्लास्टिक, पेंट और दूसरी भी काफी चीजों को बनाने में किया जाता है। 

कैस्टर ऑयल में इतने गुण पाए जाते हैं कि इसका इस्तेमाल औषधी के रूप में किया जाता है। आइये जानते हैं कैस्टर ऑयल के फायदे के बारे में। 

कैस्टर ऑयल एक प्राकृतिक रेचक के रूप में काम करता है और कब्ज से राहत दिलाने में मदद करता है। कैस्टर ऑयल का सेवन करने से पेट के अंदर जमी गंदगी को साफ करने में मदद मिलती है। इसमें रिसिनोलिक एसिड पाया जाता है, जो मल त्याग को बहुत आसान बना देता है। 

स्किन के लिए कैंस्टर ऑयल बहुत फायदेमंद होता है। इसका इस्तेमाल करने से स्किन में नमी बहुत देर तक बनी रहती है। इसके साथ ही ये स्किन में ग्लो भी लाता है।इसमें विटामिन-ई पाया जाता है जो स्किन के रूखेपन और स्क्रैचेस को ठीक करने में मदद करता है। इसके साथ ही दाग-धब्बों और झाइयों को दूर करने में भी मददगार होता है।कैस्टर ऑयल त्वचा को मॉइस्चराइज़ करने, झुर्रियों को कम करने, और घावों को ठीक करने में मदद करता है।

कैंस्टर ऑयल बालों के सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है।इसमें रिसिनोलिक एसिड पाया जाता है, जो सिर में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करता है और उसके ग्रोथ को भी बढ़ाता है।इसका इस्तेमाल करने से बालों की जड़े मजबूत होते हैं। जिससे बाल जल्दी नहीं टूटते हैं। ये बालों के पतलापन को रोकने में मदद कर सकता है।इसका इस्तेमाल करने से स्कैल्प हेलदी रहता है, जिसके चलते सिर में डैंड्रफ कम और खुजली नहीं होती है।यह सिर में संक्रमण को होने से रोकता है और बालों को चमकदार बनाने में मदद करता है।

कई लोगों में दाद की समस्या हो जाती है जिससे लोग काफी परेशान रहते हैं। अरंडी का तेल इस प्रकार की समस्या के खिलाफ भी काफी कारगर है। दरअसल, इसमें अंडेसीलेनिक एसिड के गुण भी मौजूद हैं, जो दाद की समस्या का उपचार करने में समर्थ है। यह तेल एक्जिमा या सोरायसिस जैसी त्वचा संबधी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। 

अरंडी का तेल पारंपरिक रूप से लेबर पेन को बढ़ावा देने के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है। इसके सेवन से गर्भाशय में कॉन्ट्रैक्शन होते हैं, जिससे डिलेवरी में सहायता मिलती है। हालांकि, इसे सिर्फ डॉक्टर की देखरेख में ही लिया जाना चाहिए।

कैस्टर ऑयल जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में मदद करता है। गठिया के मरीज इसका इस्तेमाल प्राकृतिक उपचार के रूप में किया जा सकता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं, जो मांसपेशियों में होने वाली सूजन को कम कर सकते हैं। जिसके चलते गठिया के दर्द और सूजन को कम कर सकता है।  

आंखों के आसपास की त्वचा बहुत कोमल होती है इसलिए आंखों के आसपास झुर्रियां और डार्क सर्कल आसानी से हो जाते हैं। इस तेल में महत्वपूर्ण फैटी एसिड त्वचा को पोषण देते हैं और डार्क सर्कल को हल्का करते हैं। कैस्टर ऑयल से आंखों के आसपास की त्वचा की मालिश करें। इससे आंखों की मांसपेशियों को आराम मिलता है, रक्त संचार बढ़ता है और डार्क सर्कल और झुर्रियों में कमी आती है।

कब्ज के लिए:1-2 चम्मच कैस्टर ऑयल को गर्म पानी या दूध के साथ मिलाकर सेवन करें. 

त्वचा के लिए:कैस्टर ऑयल को सीधे त्वचा पर लगाएं या अगर आपकी त्वचा अत्यधिक संवेदनशील है, तो आप इसे किसी अन्य हल्के तेल, जैसे नारियल या जैतून के तेल के साथ मिलाकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे त्वचा पर धीरे-धीरे मालिश करें और 20-30 मिनट तक छोड़ दें, फिर हल्के गुनगुने पानी से धो लें। 

बालों के लिए:कैस्टर ऑयल को नारियल तेल या जैतून के तेल के साथ मिलाकर बालों की जड़ों में लगाएं और कुछ घंटों के लिए छोड़ दें, फिर शैम्पू कर लें। 

जोड़ों के दर्द के लिए:कैस्टर ऑयल को जोड़ों पर लगाएं और गर्म पानी से सिकाई करें। 

हालाँकि अरंडी का तेल (Arandi ka tel) के कई फायदे हैं, लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं, विशेष रूप से अगर इसे अत्यधिक मात्रा में या गलत तरीके से इस्तेमाल किया जाए।

  • स्किन रिएक्शन: कुछ लोगों को अरंडी के तेल से एलर्जी हो सकती है, जिससे त्वचा पर जलन, खुजली या लालिमा (रेडनेस) हो सकती है।
  • पाचन समस्या: अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से पाचन संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं, जैसे दस्त , जलन या पेट में दर्द।
  • आंखों में जलन: अगर यह तेल आंखों में चला जाए तो जलन हो सकती है। इसलिए आंखों के पास इसे लगाने से बचें।
  • गर्भावस्था में सावधानी: गर्भवती महिलाओं को अरंडी के तेल का इस्तमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
  • अरंडी के बीज को कभी भी कच्चा नहीं खाना चाहिए, क्योंकि इससे रिकिन का खतरा हो सकता है। अरंडी का तेल जहरीला नहीं है, लेकिन अरंडी के बीज जहरीले होते हैं। 
  • इसका उपयोग करने से पहले अपने शरीर के किसी भी छोटे से हिस्से पर तेल लगाकर इसको चेक करें, ताकि एलर्जी का खतरा कम हो।

डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है। अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और अरंडी के बीज या कैस्टर ऑयल का इस्तेमाल सिर्फ डॉक्टर या वैद्य की सलाह पर ही करें।

पढ़ने के लिए धन्यवाद ! 

रीना जैन

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