Puffy Eyes Cure: आँखों के नीचे पफी नेस और काले घेरे से छुटकारा पाने के तरीके

हमारा चेहरा चाहे कितना ही साफ और निखरा हुआ ही क्यों न हो, आंखों के नीचे के काले घेरे या फिर पफीनेस सुंदरता को कम कर ही देता है। हम में से ऐसी कई महिलाएं और पुरुष होंगे जिन्हें ये समस्या होगी। चमकदार और साफ़ आँखों को आमतौर पर अच्छे स्वास्थ्य का प्रतिबिम्ब माना जाता है। आज के समय में लोग कंम्प्यूटर, लैपटॉप और मोबाइल फोन पर अपना ज्यादातर समय गुजारते हैं, जिसका असर सीधे उनकी आंखों पर पड़ता है। इन इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से निकलने वाली नीली रोशनी आंखों को कमजोर कर सकती हैं, आंखों के नीचे काले घेरे का कारण बनती हैं। लेकिन इसके अलावा, आपका खानपान, लाइफस्टाइल और गलत आदतें भी आंखों के नीचे सूजन होने का कारण बनती हैं। 

 स्ट्रेस, शराब, अनहेल्दी खानपान और इन एक्टिव लाइफस्टाइल कम नींद की वजह से आंखें पफी यानि फूली हुई दिखती है। आंखों में पफीनेस के कई और कारण भी हैं जैसे तनाव, एलर्जी, बहुत अधिक नमक का सेवन जो लिक्विड रिटेंशन का कारण बनता है। आंखों का सूजना जिसे पफी आइज़ या अंडर आई बैग भी कहते हैं। तो आइए जानते हैं उन घरेलू नुस्‍खों (Home Remedies) के बारे में जो आंखों की सूजन को कम करने में काफी सहायक होती हैं।

आंखों के नीचे बैग क्यों बनते हैं? (Why do bags form under the eyes?)

आंखों के नीचे सूजन (पफी आईज़) के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल 

  • नींद की कमी:पर्याप्त नींद न लेने से आंखों के आस-पास के तरल पदार्थ जमा हो सकते हैं, जिससे सूजन हो सकती है। 
  • अधिक नमक का सेवन:अधिक नमक खाने से शरीर में पानी जमा हो जाता है, जिससे आंखों के नीचे सूजन हो सकती है। 
  • एलर्जी:एलर्जी के कारण आंखों के आसपास के नसों में सूजन हो सकती है, जिससे पफी आईज हो सकती है। 
  • साइनस की समस्या:साइनस में संक्रमण से आंखों के आसपास भी सूजन हो सकती है। 
  • निर्जलीकरण:शरीर में पानी की कमी से भी आंखों के नीचे की त्वचा खराब हो सकती है और सूजन हो सकती है। 
  • तनाव और रोना:तनाव और रोने से भी आँखों के आस-पास के तरल पदार्थों का जमाव हो सकता है, जिससे सूजन हो सकती है। 
  • उम्र:उम्र बढ़ने के साथ, त्वचा अपनी लोच खो देती है और आंखों के नीचे की त्वचा चिप हो जाती है, जिससे वसा और तरल पदार्थ जमा हो जाते हैं। 
  • आनुवंशिक कारण:कुछ लोगों में आनुवंशिक रूप से आंखों के नीचे सूजन होने की संभावना अधिक होती है। 

सूजी हुई आंखें और काले घेरे बहुत आम हैं और कई कारणों से किसी भी उम्र में हो सकती हैं। उम्र बढ़ने वाले व्यक्तियों को सूजी हुई आंखें हो सकती हैं क्योंकि आंखों के आस-पास के ऊतक कमज़ोर होने और तरल पदार्थ जमा होने के कारण हो सकती है,हालाँकि वे युवा लोगों को भी प्रभावित कर सकते हैं।

धनिया के बीज को रात में पानी में भिगो दें। सुबह इस पानी को छान कर पी लें। इससे शरीर से एक्स्ट्रा सोडियम निकलता है, जिससे वॉटर रिटेंशन की समस्या से छुटकारा मिलता है और पफी आइज ठीक होती हैं।

टी बैग- को फ्रीजर में रख कर ठंडा कर लें और फिर इस टी बैग को आंखों पर 15 मिनट के लिए रखें। इससे भी पफी आइज और काले घेरे से बहुत जल्दी राहत मिलती है।

बर्फ के टुकड़े – बर्फ के टुकड़ों को एक कपड़े या रुमाल में रखें। इसे आंखों के आसपास धीरे-धीरे घुमाते हुए लगाएं। ये आंखों की सूजन कम करने के लिए एक प्रभावी इलाज है।

खीरे के टुकड़े– आंखों की सूजन को कम करने के लिए खीरा सबसे अच्छा होता है। खीरे के कुछ स्लाइस को फ्रिज में रख दें और फिर उन्हें अपनी आंखों पर लगभग 15 मिनट के लिए रख दें। ये आंखों की सूजन को कम करने और काले घेरे में मदद करेगा।

मेटल की चम्मच  एक मेटल के चम्मच को कुछ समय के लिए रेफ्रिजरेटर में ठंडा करें। इसे कुछ मिनट के लिए आंख के फूले हुए हिस्से पर इसे रख सकते हैं। ये भी आंखों की सूजन कम करने में मदद करता है।

उंगलियों से टैपिंग:अपनी उंगलियों से अपनी आंखों के नीचे धीरे-धीरे टैप करें। यह रक्त संचार में सुधार करने और सूजन को कम करने में मदद करता है। 

आइब्रो उठाना:अपनी आइब्रो को ऊपर उठाएं और कुछ सेकंड के लिए उसी स्थिति में रखें। यह आंखों के आसपास की मांसपेशियों को मजबूत करता है और पफीनेस को कम करता है। 

आंखों को गोल-गोल घुमाना:आंखों को ऊपर-नीचे और दाएं-बाएं घुमाना। यह व्यायाम आंखों की मांसपेशियों को मजबूत करता है। यह व्यायाम आंखों की थकान को कम करता है। 

पश्चिमोत्तानासन: यह आसन मन को शांत करता है और बेहतर नींद में मदद करता है, जिससे पफीनेस कम हो सकती है।

चक्रासन: यह आसन मांसपेशियों को मजबूत करता है और पफीनेस को कम करने में मदद करता है।

सर्वांगासन: यह आसन नींद की समस्याओं को ठीक करने में मदद करता है, इस योगासन को करने से शरीर का ब्लड सर्कुलेशन बढ़ने लगता है। 

हलासन: यह आसन भी नींद में सुधार करता है और तनाव को कम करता है।

शीर्षासन: यह आसन भी पफीनेस को कम करने में मदद करता है, खासकर यदि नींद की कमी के कारण हो। 

आंखों के आसपास सूजन की समस्या को कम करने के लिए आप रोजाना सुबह 1 से 2 मिनट के लिए अपनी आंखों के आस-पास ऊपर और बाहर की ओर हल्की मालिश करें। इससे आंखों के पास ब्लड सर्कुलेशन बेहतर हो सकता है, पानी का निर्माण कम हो सकता है, जिससे सूजन को कम करने में मदद मिल सकती है। पफी आइज के लिए आई मसाज और स्ट्रोक किए जाते हैं, जिसके लिए आई रोलर भी मार्केट में उपलब्ध हैं। ये डार्क सर्कल भी कम करते हैं।

विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थ कोलेजन उत्पादन में मदद करते हैं और आपकी आँखों के आसपास की त्वचा को सहारा देने वाली मांसपेशियों और ऊतकों को मज़बूत बनाने में मदद करते हैं। कोलेजन बढ़ाने वाले विटामिन सी के कुछ अच्छे स्रोतों में शामिल हैं:

  • लाल मिर्च
  • केल
  • संतरे
  • ब्रूसेल स्प्राऊट्स
  • ब्रोकोली

पानी कम पीने की वजह से भी आंखें पफी दिखती है। आप जितना अधिक पानी पिएंगे पफीनेस की समस्या से आपको उतनी जल्द निजात मिलेगी। आंखों के आसपास की सूजन को कम करने के लिए आप रोजाना कम से कम 3 लीटर पानी पीने का लक्ष्य रखें। पानी पीने से आपका शरीर हाइड्रेटेड रहेगा और शरीर से टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालने में मदद मिल सकती है, क्योंकि शरीर में पानी की कमी के कारण भी आंखों के आसपास सूजन हो सकती है। 

आप सूजी हुई आंखों की समस्या को कम करने के लिए जीवनशैली में कई बदलाव कर सकते हैं-

  • एलर्जी पैदा करने वाले तत्वों के संपर्क में आने से बचें।
  • अपने आहार में पोटेशियम युक्त खाद्य पदार्थ शामिल करें।
  • अपनी पलकें बहुत अधिक न रगड़ें।
  • पर्याप्त नींद लें और सिर ऊंचा करके सोएं।
  • धूम्रपान से बचें।
  • अपने शराब के सेवन को सीमित करें।
  • अपने सोडियम सेवन को सीमित करें विशेष रूप से प्रसंस्कृत और पैकेज्ड खाद्य पदार्थों।
  • सोते समय अपना सिर ऊंचा रखें।
  • सोने से पहले तरल पदार्थों का सेवन कम करें।
  • धूम्रपान,शराब का सेवन कम करें या बंद करें।
  • सोने से पहले मेकअप हटा दें।
  • यूवी किरणों के संपर्क से बचने के लिए सनस्क्रीन का प्रयोग करें और धूप का चश्मा पहनें।

यदि आप अपनी आंखों के नीचे बैग्स की रोकथाम के बारे में अधिक जानना चाहते हैं, तो अधिक विशिष्ट सुझावों के लिए किसी नेत्र विशेषज्ञ से बात करें

पढ़ने के लिए धन्यवाद ! 

रीना जैन

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