Oats Benefits And Side Effects:ओट्स का सेवन किसे नहीं करना चाहिए?

आज के हमारे भाग-दौड़ के जीवनशैली के साथ साथ खान-पान के आदत में भी बदलाव आ रहे हैं। इसलिए हम हमेशा जल्दी बनने वाले खाना ही बनाना चाहते हैं, पर उसके साथ हम हमेशा पौष्टिक आहार भी लेना चाहते हैं| ओट्स ऐसे ही एक पौष्टिक आहार है जो हमारे पेट भी भरता है और सेहत का भी ध्यान रखता है। ओट्स को हम एक सम्पूर्ण आहार बोल सकते है। ओट्स सेहत के लिए बहुत हेल्दी माना जाता है। इसमें फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है, जिससे पाचन की समस्या नहीं होती। इसके आलावा इसमें विटामिन-ई, बी, आयरन, प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट्स गुण भी पाए जाते हैं, जो सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माने जाते हैं। हालांकि यह जरूरी नहीं है कि हर किसी के लिए पोषक तत्वों से भरपूर ओट्स फायदेमंद ही हो। कुछ लोगों के लिए ओट्स नुकसानदायक भी हो सकता है। जानें, ओट्स खाने के फायदों और नुकसान-

ओट्स क्या है? (What is Oats?)

ओट्स एक साबुत अनाज वाला भोजन है। ओट्स का वैज्ञानिक नाम “एवेना सतीवा” है, जिसे हिंदी में जई कहा जाता है। इसकी प्रकृति ठंडी होती है। वैसे आजकल ओट्स और ओटमील नाम ज्यादा प्रचलित है, पर कुछ जगह पर इसे जई का दलिया भी कहा जाता है। ये ग्लूटेन-मुक्त साबुत अनाज हैं। ओट्स जरूरी विटामिन, मिनरल, फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होता है। इसे ज्यादातर लोग नाश्ते के तौर पर उपयोग करते हैं। इसकी खेती की शुरुआत स्कॉटलैंड में हुई और आज लगभग सभी देशों में इसका उपयोग किया जाता है। स्कॉटलैंड में ओट्स को मुख्य आहार के रूप में उपयोग किया जाता है। इसका सेवन आपको स्वस्थ रखने के साथ-साथ कई रोगों से छुटकारा दिलाने में भी सहायता कर सकता है।

 ओट्स के पोषक तत्व(Oats Nutritional Value)

ओट्स मुख्य रूप से कार्बोहाइड्रेट होते हैं। 100 ग्राम ओट्स से लगभग 389 कैलोरी एनर्जी मिलती है। ओट्स थायमिन, ज़िंक, मैग्नीशियम, आयरन, मैंगनीज, फॉस्फोरस और सेलेनियम जैसे आवश्यक पोषक तत्वों और मिनरल्स से भरपूर होते हैं। इसके साथ ही ओट्स में विटामिन बी, विटामिन ई, मैग्नीज, थियामिन, राइबोफ्लेविन और नियासिन भरपूर मात्रा में पाया जाता है।एक कटोरी ओटमील से शरीर की फाइबर, आवश्यक फैटी एसिड, विटामिन ई और प्रोटीन की दैनिक आवश्यकताओं का एक बड़ा हिस्सा पूरा होता है। 

ओट्स खाने के फायदे (Benefits of Eating Oats)

ओटमील सेहतमंद रहने के लिए सबसे बहेतर फूड विकल्प है। हां, इसकी मात्रा का ध्यान आप जरूर रखें।

वजन कम करने के लिए (To Lose Weight)

ओट्स में अधिक मात्रा में प्रोटीन होता है। यह खाने से भूख नहीं लगती है। जिससे वजन नियंत्रण में रहता है। फाइबर और कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट होने के कारण यह पेट को लंबे समय तक भरा रखने में मदद करता है। इससे ओवरईटिंग कम हो जाती है। यदि आप वजन कम करना चाहते हैं, तो आप ओट्स में किसी भी तरह के फैटी और शुगर युक्त टॉपिंग्स एड करने से बचें।

कब्ज के लिए (For Constipation)

आजकल हम सबसे ज्यादा परेशान रहते हैं कब्ज या कॉन्स्टिपेशन को लेकर| आजकल के जीवनशैली के कारण और फ़ास्ट फ़ूड आदत के चलते हम अक्सर इस समस्या का सामना करते ही है| ओट्स घुलनशील फाइबर से भरपूर होता है जो शरीर में पानी को अवशोषित करने में मदद करता है जिससे मल त्यागना आसान हो जाता है। इसलिए रेगुलर ओट्स खाने से आप कब्ज की समस्या से बच सकते हैं।

कार्डिएक हेल्थ (Cardiac Health)

ओट्स एल डी एल कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है जिससे हार्ट सम्बन्धी समस्साए कम हो जाती है और ह्रदय रोग की आशंका भी कम रहती है। ओट्स में बीटा-ग्लूकॉन की मात्रा भी काफी होती है जो रक्त के साथ जल्दी घुल जाता है| बीटा-ग्लूकॉन शरीर में कोलेस्ट्रॉल और मधुमेह को नियंत्रित करने के साथ ही हानिकारक बैक्टीरियाओ से सुरक्षा प्रदान करता है।

विटामिन और मिनरल से भरपूर है ओट्स (Oats is Rich in Vitamins and Minerals)

ओट्स में बहुत मात्रा में विटामिन और मिनरल के साथ साथ मैंगनीज होने के कारण यह हमारे हड्डियों के लिए काफी अच्छा है| अक्सर हमारे हड्डियों में पोषण के अभाव से एक उम्र के बाद कमजोरी आ जाती है, इसलिए अगर हम रोज के फ़ूड रूटीन में ओट्स को रखे तो उससे हड्डियों को जरुरी पोषण मिलता है जो हड्डियों के क्षयरोग को कम करता है।

मधुमेह के लिए (For Diabetes)

ओट्स वजन को कम करता है और साथ ही रक्त में शर्करा को नियंत्रित भी करता है| साथ साथ ओट्स में रहनेवाले फाइबर इन्सुलिन की मात्रा को सही रखने में काफी मदत करता है| इसलिए ज्यादा वजनवाले व्यक्ति जो डाईबेटिस से भी ग्रस्थ है उनके लिए ओट्स खाना काफी लाभदायक होता है।

स्किन केयर में करता है मदद (Helps in Skin Care)

ओट्स आपको त्वचा पर जलन, रूखेपन और खुजली आदि से दूर रखने में मदद कर सकता है। बहुत से स्किन केयर प्रोडक्ट में ओट्स प्राकृतिक हर्ब के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। यह एक्जिमा सहित कई सारे समस्याओ से त्वचा को सुरक्षा प्रदान करती है| चेहरे के स्क्रब बनाने में ओट्स का इस्तेमाल किया जाता है।

ओट्स का सेवन किन लोगों को नहीं करना चाहिए? (Who Should not Consume Oats?)

यह जरूरी नहीं है कि हर किसी के लिए पोषक तत्वों से भरपूर ओट्स फायदेमंद ही हो। कुछ लोगों के लिए ओट्स नुकसानदायक भी हो सकता है। हालांकि, नुकसान तब हो सकता है, जब आप इसका सेवन बहुत अधिक मात्रा में करने लगें।  

ब्लोटिंग (Bloating)

ओट्स में फाइबर की मात्रा काफी अधिक होती है, जो कभी-कभी कुछ लोगों में ब्लोटिंग और अन्य पाचन संबंधी समस्याओं को ट्रिगर कर सकती है। वैसे तो ओट्स ग्लूटेन फ्री होते हैं, लेकिन फिर इनका सेवन करने से कुछ लोगों में पाचन संबंधी समस्याएं देखने को मिल सकती हैं।

एलर्जी (Allergies)

सीलिएक रोग से पीड़ित कई लोगों को जई खाने से बचने के लिए कहा जाता है क्योंकि वे गेहूं, राई या जौ से दूषित हो सकते हैं, जिनमें ग्लूटेन होता है। यह दुष्प्रभाव (Side Effects of Oats) ओट की मात्रा पर भी निर्भर करता है। कुछ लोगों को इसके अधिक सेवन से एलर्जी हो सकती है। जिससे स्किन में रैशेज या खुजली हो सकती है।यदि किसी व्यक्ति को कार्ब से एलर्जी है, तो उसे ओट्स खाने से बचना चाहिए।

किडनी की समस्या (Kidney Problem)

 जिन लोगों को किडनी से जुड़ी समस्या होती है, उनके लिए ओट्स नुकसानदायक होता है। इसमें अधिक मात्रा में फॉसफोरस पाया जाता है। इसे ज्यादा मात्रा में खाने से  मिनरल्स इम्बैलेंस हो जाते हैं, जिससे किडनी की समस्या बढ़ जाती है।

ब्लड शुगर लेवल बढ़ना (Increased Blood Sugar Level)

 बहुत से लोग ओट्स में दूध और चीनी मिलाकर सेवन करते हैं, जो शुगर को बढ़ा सकता है। डायबिटीज रोगियों के लिए इसे एक अच्छा विकल्प माना जाता है, लेकिन यह ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मदद करेगा या उसे बढ़ाने में योगदान देगा, यह इसकी मात्रा और सेवन के तरीके पर निर्भर करता है। भले ही ओट्स कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट की श्रेणी में आते हैं, जो धीरे-धीरे पचते हैं। लेकिन इसका अधिक सेवन कुछ लोगों में ब्लड शुगर लेवल में स्पाइक का कारण बन सकता है।

ओट्स का सेवन कब और कितना करना चाहिए? (Which is the Best Oats?)

आप इसे नाश्ते के रूप में  खा सकते हैं.ओट्स खाने का कोई खास समय नहीं होता है। आप ओट्स का सेवन लंच और डिनर में भी कर सकते हैं। सुबह के नास्ते के लिए यह ओट्स सबसे बेहतर और पौष्टिक माना जाता है| रोजाना आप 40 से 50 ग्राम ओट्स का सेवन कर सकते हैं। 

कैसे खाएं ओट्स? (How to Eat Oats?)

  • ओट्स को पानी या दूध में उबालकर खाया जा सकता है। 
  • ओट्स को दही या स्मूदी में मिलाकर खाया जा सकता है।
  • पानी में उबले ओट्स को स्प्राउट्स के साथ मिलाकर स्नैक्स के रूप में भी खा सकती हैं।
  • दूध और ड्राई फ्रूट्स के साथ पकाए गये ओट्स खाया जा सकता है।
  • ओटस की कुकी भी बनाए जा सकती है।
  • ओट्स की इडली , ओट्स का परांठा, ओट्स डोसा ये ओट्स को खाने के कुछ स्वादिष्ट तरीके हैं।

सबसे अच्छा ओट्स कौन सा होता है? (Which is the Best Oats?)

ओट्स के साथ सबसे आम दिक्कत ओवरप्रोसेसिंग की हो सकती है। हमेशा कम प्रोसेस्ड ओट्स को या सादे ओट्स का विकल्प चुनना इंस्टेंट या फ्लेवर्ड ओट्स में आर्टिफिशियल फ्लेवर, अतिरिक्त शुगर और प्रीजर्वेटिव हो सकते हैं, जो शरीर के लिए बिल्कुल अच्छे नहीं हैं। इंस्टेंट ओट्स प्रोसेस्ड फ़ूड हैं।लोग इंस्टेंट ओट्स लेना पसंद करते हैं। रोल्ड, क्रश्ड या स्टील-कट ओट्स लेना चाहिए । जौ को पकाने में काफी समय लगता है।स्टील-कट ओट्स का बेहतरीन रूप हैं क्योंकि वे स्टील के ब्लेड का उपयोग करके ओट्स के दानों को काटकर बनाए जाते हैं। वे ओट्स का सबसे कम प्रोसेस्ड रूप हैं।इनमें सबसे ज़्यादा न्यूट्रीशनल वैल्यू होती है।

इस ब्लॉग की जानकारी ज्ञान के उद्देश्य से है और इसमें कोई चिकित्सकीय सिफारिश शामिल नहीं है। सलाह का पालन करने से पहले एक प्रमाणित चिकित्सक से परामर्श करें।

पढ़ने के लिए धन्यवाद! 

                                                                                                                                                                              रीना जैन

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