किडनी शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग होता है, जो शरीर में मौजूद वेस्ट प्रोडक्ट को बाहर निकालता है, किडनी को डिटॉक्स (kidney detox) करना बेहद जरूरी है, क्योंकि ये हमारे शरीर का फ़िल्टर है। किडनी हमारी शरीर की छन्नी है जो शरीर में विभिन्न प्रक्रियाओं के तह बने हानिकारक टॉक्सिक को पेशाब के रास्ते बाहर निकाल देती है। आजकल तेज़ी से बदल रहे लाइफस्टाइल और गलत खानपान की आदतों का सीधा असर हमारी किडनी पर पड़ रहा है।जिसकी वजह से किडनी में कचरा जमा हो जाता है, अगर किडनी का फंक्शन सही से नहीं होगा तो शरीर में बने ज्यादा मिनिरल्स, केमिकल्स, सोडियम, कैल्शियम, पानी, फॉस्फोरस, पोटैशियम, ग्लूकोज आदि का फ्लश आउट नहीं हो पाएगा। ऐसे में अगर शरीर में टॉक्सिन ज्यादा बन रहा है तो इसका असर किडनी पर पड़ना तय है। किडनी पर बढ़े इस अतिरिक्त बोझ के कारण किडनी को समय-समय पर डिटॉक्स करना जरूरी है। अगर किडनी की सफाई नहीं होगी तो किडनी का फंक्शन सही से नहीं होगा।
हालांकि किडनी रक्त से अपशिष्टों को फिल्टर करके स्वाभाविक रूप से शरीर को साफ करती रहती है। अच्छी और हेल्दी डाइट और ढेर सारा पानी पीने से हमारी किडनी रोगों से दूर रहती है। लेकिन कुछ उपायों की मदद से किडनी के कार्य को बढ़ावा दिया जा सकता है। कुछ उपाय किडनी को डिटॉक्स करने में सहायक हो सकते हैं।
किडनी डिटॉक्स क्या है? (What is Kidney Detox?)
किडनी डिटॉक्स को किडनी स्टोन को रोकने का एक तरीका माना जाता है जो आपके मूत्र में कैल्शियम, यूरिक एसिड और ऑक्सालेट बिल्डअप से विकसित हो सकता है। किडनी क्लीन्ज़ को रक्तचाप को नियंत्रित रखने, मूत्र कार्य में सुधार करने, प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने और शरीर से विषाक्त पदार्थों को साफ करने को कहा जाता है।
किडनी में जमा गंदगी के संकेत (Signs Of Toxic Kidneys)
किडनी में टॉक्सिंस बढ़ने पर कुछ लक्षण और संकेत नजर आने लगते हैं।
- पेशाब ज्यादा आना
- भूख में कमी आना
- कमजोरी और थकान
- पैरों में सूजन होना
- स्किन का ड्राई होना और खुजली
- नींद की कमी और बैचेनी होना
किडनी डिटॉक्स कैसे करें? (How to Detox Your Kidneys?)
ये पूरी तरह से नेचुरल प्रोसेस होता है डिटॉक्स प्रोसेस में डाइट में बदलाव और लाइफस्टाइल के बदलावों पर ध्यान दिया जाता है। इस प्रोसेस में किसी भी तरह के केमिकल को फूड और अन्य सोर्स से हटाया जाता है और रिफाइंड फूड्स, तंबाकू, कैफीन आदि को पूरी तरह से अवॉइड किया जाता है।
ज्यादा पानी पिएं (Drink More Water)
किडनी से गंदगी साफ रखने के लिए पानी ज्यादा से ज्यादा पीने की सलाह दी जाती है। ज्यादा पानी पीने से किडनी को शरीर जहरीले तत्वों को निकालने में मदद मिलती है। दिनभर में कम से कम 2-3 लीटर पानी पीने की सलाह दी जाती है। किडनी को मूत्र उत्पादन करने के लिए पानी की आवश्यकता होती है। अगर आप कम पानी पीते हैं, तो मूत्र की मात्रा कम होती है। कम पानी पीने से किडनी पर अधिक दबाव बढ़ता है जिससे किडनी में पथरी भी हो सकती है। सुबह खाली पेट नारियल पानी पीने से बॉडी में मौजूद टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं जिससे इम्युनिटी भी बूस्ट होती है।
जौ का पानी (Barley Water)
जौ का पानी शरीर से टॉक्सिन्स को निकालने में मदद करता है। इसमें मौजूद डाइटरी फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट्स शरीर में मौजूद विषाक्त पदतहों को बाहर निकालने में मदद करते हैं और किडनी को साफ रखते हैं।
एप्पल साइडर विनेगर (Apple Cider Vinegar)
किडनियों को स्वस्थ और साफ रखने के लिए सेब के सिरके का सेवन भी किया जा सकता है। इसमें पाया जाने वाला सिट्रिक एसिड किडनी स्टोन्स को पिघला देता है। यह टॉक्सिंस को भी शरीर से बाहर निकालने का काम करता है।
तुलसी के पत्ते (Basil Leaves)
तुलसी की पत्तियों में विषाणुनाशक गुण होते हैं जो किडनी के स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकते हैं। इसके लिए कुछ पत्तों को साफ करके छोटे टुकड़ों में काट लें। एक कप पानी को उबालने के लिए रखें और उसमें कटी हुई पत्तियां डालें। इसे मध्यम आंच पर धीरे-धीरे पकने दें, तकरीबन 5-7 मिनट तक। चाय को ठंडा होने दें, छानकर पीने से किडनी को स्वास्थ्य लाभ मिलता है।
अनार (Pomegranate)
अनार के रस और बीज दोनों में बड़ी मात्रा में पोटैशियम होता है और इसलिए यह पथरी को हटाने में प्रभावी है। पोटेशियम मूत्र की अम्लता को कम करता है, अपने कसैले गुणों के कारण पथरी बनने से रोकता है, खनिजों के क्रिस्टलीकरण को कम करता है और गुर्दे से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है।
त्रिफला (Triphala)
त्रिफला एक आयुर्वेदिक औषधि है।यह सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। त्रिफला को आंवला, बहेड़ा और हरड़ को मिलाकर बनाया जाता है।इन तीनों हर्ब्स को एक साथ मिलाने से इनके औषधीय गुण कई गुना तक बढ़ जाते हैं।इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटी इंफ्लामेट्री और एंटी बैक्टीरियल के गुण पाए जाते हैं, त्रिफला के सेवन से किडनी सेहतमंद रहता है।त्रिफला किडनी को डिटॉक्सिफाई करता है।
फाइबर युक्त आहार (Fiber Rich Diet)
साबुत अनाज, दालें, और हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें। इनमें फाइबर होता है जो शरीर से अतिरिक्त कैल्शियम और ऑक्सालेट को बाहर निकालने में मदद करता है।
सेब (Apple)
सेब में उच्च मात्रा में फाइबर और एंटी-इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं जो किडनी को क्लीन और detoxify करने में काफी मदद करती हैं। साथ ही, सेब मूत्र मार्ग में संक्रमण को रोकता है जिससे किडनी में पथरी बनने की सम्भावना कम होती है। सेब में कई शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो फ्री रेडिकल्स को रोकने में मदद करते हैं।
इन टिप्स को ध्यान में रखें (Keep These Tips in Mind)
- हमें डिब्बाबंद खाने से परहेज करना चाहिए।
- हाई फास्फोरस वाले खाने को नहीं चाहिए।
- शराब,सिगरेट छोड़ दें।
- अगर आपको मधुमेह की शिकायत है तो हमेशा चेकअप करवाना चाहिए |
- बीपी को कंट्रोल में रखें।
- योगा और एक्सरसाइज करें।
- सुबह जल्दी उठे और रात को जल्दी सोए।
- पेन किलर या एलोपैथिक दवाइयों का सेवन कम से कम करें।
- फास्ट फूड का सेवन ना करें या कम करें।
- सुबह में जल्दी खाना ले सलाद का प्रयोग ज्यादा करें।
- ज्यादा से ज्यादा सीजनल सब्जी का प्रयोग करें क्योंकि बिन मौसम सब्जियों में ज्यादा पेस्टिसाइड का उपयोग किया जाता है।
- कोई भी जगह से दवा ना ले डॉक्टर के परामर्श अनुसार ही दवाइयों का सेवन करें।
- किडनी स्वास्थ्य की निगरानी और स्क्रीनिंग के लिए नियमित रूप से डॉक्टर से सलाह लेना महत्वपूर्ण होता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
पढ़ने के लिए धन्यवाद !
रीना जैन
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