गार्डनिंग के शौकीन, लोग टेरेस गार्डिनिंग, किचन गार्डनिंग, और बालकनी गार्डनिंग के जरिए अपने घर को सुंदर बनाते हैं। आजकल अधिकतर लोग इनडोर प्लांट्स घरों में लगाना पसंद करते हैं।हालांकि कुछ पौधों को देखरेख की बहुत ज्यादा जरूरत नहीं होती है, लेकिन कई बार पौधे अपने आप सूखने और उनके पत्तियां पीली पड़ने शुरू हो जाती हैं, कई बार लाख कोशिशों के बाद भी पौधों पर फूल नहीं उगले हैं, यहां तक कि ग्रोथ भी रुक जाती है। ऐसा होने के कई कारण हो सकते हैं जिनमें एक विशेष कारण होता है फर्टिलाइजर यानी खाद। बहुत से लोग जल्दबाजी में महंगे केमिकल वाले फर्टिलाइजर का इस्तेमाल करते हैं, जो ना सिर्फ महंगे होते हैं बल्कि इनसे पौधों को नुकसान होता है। जिसके कारण पूरा पौधा खराब हो जाता है। पौधों को पर्याप्त खाद न मिलने के कारण उनकी ग्रोथ रुक जाती है और पौधे खराब होने लगते हैं।

इसीलिए आज हम आपके लिए लेकर आए हैं कुछ ऐसे नेचुरल फर्टिलाइजर जो इनडोर प्लांट्स की ग्रोथ बढ़ाने के लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकते हैं। आइए जानते हैं।
प्लांट्स के लिए घर में ऐसे करें खाद तैयार? (How to Prepare Fertilizer at Home for Plants?)
घर के गार्डन में पौधे लगाए हैं, लेकिन उस पर ज्यादा फल, फूल और सब्जियां नहीं आ रही हैं, या फिर पेड़-पौधे सही से नहीं बढ़ रहे हैं तो जान लें कि कैसे आप ऑर्गेनिक खाद तैयार कर सकते हैं। इसमें पैसे भी नहीं लगेंगे और किचन वेस्ट भी रीयूज हो जाएगा। इस खाद से आपके पौधे भी तेजी से ग्रो होंगे,तो चलिए जानते हैं डिटेल में।
चावल का पानी (Rice Water)

चावल बनने के बाद उसका मांड निकलता है जिसे हम फेंक देते हैं। लेकिन इसका प्रयोग ऑर्गेनिक खाद के रूप मे किया जा सकता है। चावल के मांड को इकट्टा करके
इसमें बड़ी मात्रा में स्टार्च और एनपीके होता है जो नेचुरल खाद का खास हिस्सा हैं। मांड में नाइट्रोजन फॉस्फोरस और पोटैसियम भी होता है जिससे पौधों को पर्याप्त पोषण मिलता है
केले के छिलके (Banana Peels)

हम सभी अक्षर केला खाकर उसके छिलके को फेंक देते हैं। जबकि केले के छिलके इनडोर प्लांट्स के लिए एक बेहतरीन फर्टिलाइजर का काम कर सकते हैं, केले के छिलके पौधों में नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटेशियम और मैग्नीशियम की मात्रा को बढ़ावा देते हैं। इससे पौधे ज्यादा फूल और फल देते हैं। साथ ही पत्तियां हरी और हेल्दी रहती हैं। केले के छिलके को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर सीधा मिट्टी में डाल दें और उसके ऊपर से थोड़ी मिट्टी और ढक दें।आप केले के छिलके का पेस्ट बनाकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
चायपत्ती (Tea Leaf)

घर में रोज इस्तेमाल की जाने वाली चायपत्ती इनडोर प्लांट्स के लिए एक बेहतरीन खाद होती है, जो पौधों को कई पोषक तत्व प्रदान करती है।चाय की पत्ती की खाद फूल वाले पौधों के लिए बहुत लाभकारी होती है। आप किसी भी फूल वाले पौधे जिसमें सिर्फ पत्तियां हो, खासकर गुलाब के पौधे में चाय की पत्ती को खाद के तौर पर उपयोग कर सकते हैं। घर में चाय बनाने के लिए इस्तेमाल की गई चायपत्ती को अच्छी तरह साफ पानी में दो से तीन बार धोकर पत्तियों को लगभग 2 दिन अच्छी तरह धूप में सुखा लीजिए। बस ये सूखा प्रोडक्ट ही खाद है। इसे दो चम्मच किसी भी गमले में डाल देने से मिट्टी को पोषण मिल जाता है और पौधों कि ग्रोथ बढ़ती है।
कंपोस्ट टी (Compost Tea)

इससे अच्छा और सस्ता Tonic पौधों के लिए कुछ और नहीं हो सकता ,आलू, गाजर, लौकी, खीरा, टमाटर जैसे सब्जियों के छिलके इकट्ठा करें। इन्हें पानी में उबाल लें और ठंडा होने के बाद उस पानी को पौधों में डालें। चाहें तो छिलकों को एक ड्रम में पानी के साथ 10–12 दिन तक सड़ने दें और फिर तरल को छानकर इस्तेमाल करें। जिसमें विटामिन, मिनरल्स और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स सब मौजूद होते हैं। जब आप ऐसा करेंगे तो पौधे जल्दी बढ़ते हैं और उनकी इम्युनिटी भी बढ़ती है। मिट्टी की नमी और उर्वरक क्षमता लंबे समय तक बनी रहती है।
एप्सम साल्ट (Epsom Salt)

इनडोर प्लांट्स में पोषक तत्वों जैसे मैग्नीशियम और सल्फर की कमी होने के कारण उनकी पत्तियां पीली पड़नी शुरू हो जाती हैं। एप्सम सॉल्ट इनडोर प्लांट्स में सभी पोषक तत्वों की कमी को पूरा करता है। लगभग 1 लीटर पानी को स्प्रे बोतल में भरकर एक से दो चम्मच एप्सम सॉल्ट मिलाकर एक घोल तैयार कर लें। अब इस घोल को दिन में दो से तीन बार पौधों पर छिड़क दें।
दही का पानी (Curd Water)

एक जार में आप दो चम्मच दही और 2 से 3 गिलास पानी मिलाकर रख दें।दो से तीन दिन बाद इस पानी को आप पौधों में दें। आप इसे पौधों की जड़ों, पत्तों और टहनियों पर स्प्रे करें। यह ना केवल पौधों को हेल्दी बना सकता है बल्कि इसमें एंटी फंगल गुण भी होता है जो पौधों को कीड़ों से बचा सकता है।
प्याज के छिलकों का पानी (Onion Peel Water)

आप प्याज के छिलकों को पानी में भिगोकर 24 घंटे के लिए रख दीजिए। अब इस पानी को छानकर पौधों में डालें। हर 15 दिन में एक बार इस्तेमाल कर सकते हैं।पोटैशियम, कैल्शिमय और आयरन से भरपूर प्याज के छिलकों का पानी पौधों को जरूरत पोषक तत्व देकर फूलों की संख्या बढ़ाते हैं।
पढ़ने के लिए धन्यवाद !
रीना जैन
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