अजीनोमोटो छोटे चमकीला क्रिस्टल की तरह दिखता है। इसमें अमीनो एसिड पाया जाता है। इसको खाद्य पदार्थों में डालने से उसका स्वाद दुगुन हो जाता है। अजीनोमोटो एक तरह से नमक की तरह पदार्थ होता है जो कि खाने में नमक की तरह होता है यह ना मीठा होता है ना खट्टा ना ही नमकीन और ना ही कसैला, यह एक उमामी स्वाद बनाता है।
ज्यादातर इसका उपयोग चाइनीस डिश बनाने में किया जाता है। जैसे मैगी, चाऊमीन, स्प्रिंग रोल, मंचूरियन, चिप्स ,पिज़्ज़ा ,नूडल्स,टोमेटो सॉस और सोया सॉस आदि में किया जाता है। अजीनोमोटो का इस्तेमाल कई तरह के डिब्बाबंद फूड में भी किया जाता है ताकि उन्हें बहुत दिनों तक सुरक्षित रूप से संभाल के रखा जा सके।पहले इसका उपयोग सिर्फ चीन की रसोई में होता था परंतु अब यह धीरे-धीरे भारतीय रसोई में भी इसका उपयोग किया जाता है, जिसका स्वास्थ्य पर बहुत ही विपरीत असर पड़ता है।
अजीनोमोटो क्या है? (What is Ajinomoto/MSG In Hindi)
अजीनोमोटो एक तरह का कैमिकल है। अजीनोमोटो को MSG भी कहते हैं। MSG का मतलब है Mono Sodium Glumate। ये प्रोटीन का हिस्सा है, जिसे अमीनो एसिड कहते हैं।अजीनोमोटो इससे सबसे अधिक बनाता है इसलिए इसे इसी नाम से जाना जाता है।
जिस चीज को आप अजीनोमोटो के नाम से काम में ले रहे हैं , वह सिर्फ ब्रांड का नाम है। MSG को सबसे पहले जापान में व्यावसायिक रूप से बनाया गया और उसे जापानी भाषा में अजीनोमोटो ब्रांड नाम से बेचा गया जिसका मतलब होता है – “ स्वाद का सार “। वैसे तो अजीनोमोटो एक जापानी कंपनी का नाम है जो मोनोसोडियम ग्लूटामेट को अजीनोमोटो के नाम से बेचती है| यह एक प्रकार का glutamic अम्ल का sodium लवण (salt) है| सरल शव्दों में ये एक प्रकार का नमक है, जो खाने के स्वाद को बढ़ा देता है|
अजीनोमोटो कैसे बनता है? (How is Ajinomoto / MSG made?)
सामान्यतया एम एस जी खमीरीकरण की प्रक्रिया द्वारा बनाया जाता है। यह सोया सॉस, सिरका और दही बनाने जैसी ही प्रक्रिया है। अजीनोमोटो मोनोसोडियम ग्लूटामेट, ग्लूटॉमिक एसिड का मिश्रण है। इनको फिर सुखाया जाता है जिसके बाद अजीनोमोटो पाउडर बनाया जाता है। तैयार उत्पाद शुद्ध, सफेद कणदार होता है जो आसानी से पिघल जाता है और अनेक भोज्य पदार्थों में अच्छी तरह से समाहित हो जाता है।
अजीनोमोटो का उपयोग (Uses of Ajinomoto/MSG)
अजीनोमोटो का उपयोग सबसे ज्यादा खाने में डालने के लिए पॉपुलर है। यह बात सच है कि अजीनोमोटो का उपयोग खाने में फ्लेवर बढ़ाने के लिए किया जाता है लेकिन आपको बता दें कि इसका इस्तेमाल चाइनीज खाने के अलावा कई खाने की चीजों में किया जाता है।
रेडी-टू-ईट फूड (Ready-to-eat Food)
अधिकतर रेडी- टू-ईट पेक्ड फूड में एमएसजी का इस्तेमाल किया जाता है। पेक्ड फूड में लंबे समय के लिए फ्लेवर से भरपूर बनाए रखने के लिए अजीनोमोटो का इस्तेमाल किया जाता है। अब जब भी आप मज़े से पेक्ड फूड खाएं तो उसमें स्वाद अजीनोमोटो के कारण ही है।
पोटेटो चिप्स (Potato Chips)
पोटेटो चिप्स को अधिकतर लोगों के द्वारा पसंद किया जाता है क्योंकि इनका स्वाद ही ऐसा होता है। फ्लेवर से भरपूर बनाने के लिए पोटेटो चिप्स में कई मसालों के साथ एमएसजी का उपयोग भी किया जाता है।
डीहाईड्रेटेड फूड (Dehydrated Food)
डीहाईड्रेटेड फूड जैसे कि नूडल्स, सूप आदि लंबे समय के लिए पैक रहते हैं जिसके लिए अजीवोमोटो का उपयोग किया जाता है। वैसे पेक्ड फूड का सेवन कम ही करना चाहिए।
एक दिन में अजीनोमोटो का उपयोग कितनी मात्रा में करें?
(How much Ajinomoto/MSG should I use in a Day?)
अजीनोमोटो बहुत सीमित मात्रा में होना चाहिए। बिना किसी खाद्य पदार्थ के 1 या 2 ग्राम से अधिक का सेवन कभी नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
फिर भी यदि MSG के कारण आपको कोई समस्या होती महसूस हो रही है तो इसका उपयोग नहीं करना ही ठीक है। इसके अलावा यदि आपको डॉक्टर ने नमक कम करने के लिए कहा है तो आपको MSG नहीं लेना चाहिए क्योंकि इसमें सोडियम होता है।
क्या अजीनोमोटो का उपयोग सुरक्षित है?
(Is Ajinomoto /MSG Safe to Use?)
कुछ खाद्य पदार्थो में प्राकृतिक रूप से ग्लूटामेट पाया जाता है जैसे टमाटर, समुद्री मछलियों, पनीर और मशरूम में ये प्रचुर मात्रा में पाए जाते है, जिससे इसमें अलग से इसका इस्तेमाल नहीं किया जाता और यह हानिकारक भी नहीं होता है। इसलिए अगर कोई व्यक्ति स्वस्थ है और उसको इसे खाने से कोई समस्या नहीं है तो उसे इसका सेवन करने में कोई परेशानी नहीं होगी ,वैसे इसका सेवन कम ही करना चाहिए।
अजीनोमोटो के नुकसान (Ajinomoto/MSG Side Effects)
अपने समय को बचाने के लिए जो हम 2 मिनट में नुडल्स को तैयार कर ग्रहण करते है इस तरह के अधिकांशतः खाद्य पदार्थो में यह पाया जाता है जो धीरे धीरे हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाते है.कुल मिलाकर एमएसजी के ज्यादा इस्तेमाल से ये बीमारियां आपको अपनी चपेट में ले सकती हैं।
सिरदर्द-एमएसजी का कॉमन साइड इफेक्ट है सिरदर्द। लेकिन इसके लगातार सेवन से माइग्रेन भी हो सकता है जो बहुत सीवियर हो सकता है।
हार्ट की दिक्कत– इसके ज्यादा यूज से हार्ट पर असर हो सकता है। इसकी वजह से हार्ट बीट आगे-पीछे हो सकता है, कार्डिएक अरेस्ट हो सकता है और चेस्ट पेन होने की आशंका रहती है।
सीने में दर्द– इसका ज्यादा प्रयोग से धीरे धीरे सीने में दर्द, सांस लेने में दिक्कत और आलस भी पैदा कर सकता है।
प्रेग्नेंसी में खतरा-प्रेग्नेंसी के दौरान इसके साइड इफेक्ट का खतरा रहता है। इसलिए ऐसी महिलाएं इसका यूज नहीं करें।
ब्लड प्रेशर–इसके यूज से ब्लड प्रेशर, थाइराइड डिजीज, डायबिटीज, अस्थमा, फूड एलर्जी और मोटापे का भी खतरा है।
पसीना आना-इसका कॉमन साइड इफेक्ट में पसीने आना भी है।
चेहरे की सूजन-इसको खाने से शरीर में पानी की कमी हो सकती है। चेहरे की सूजन और त्वचा में खिंचावमहसूस होना इसके कुछ साइड इफेक्ट हो सकते हैं।
पेट और गले में जलन– इसमें पाये जाने वाले एसिड सामग्रियों की वजह से यह पेट और गले में जलन भी पैदा कर सकता है।
किसी भी चीज का अधिक सेवन हमे लाभ पहुंचाने के बदले नुकसान ही पहुंचाते है।अजीनोमोटो का भी जरुरत से ज्यादा या लगातार इस्तेमाल किसी अति संवेदनशील व्यक्ति को नुकसान पंहुचा सकता है।
नोट-किसी भी चाइजीन डिश या पेक्ड फूड का सेवन अधिक मात्रा में और रोजाना सेवन करना हानिकारक हो सकता है। प्राकृतिक रूप से इसका सेवन करना शरीर के लिए आवश्यक नहीं है लेकिन स्वाद के लिए कभी कभार इसका सेवन कर सकते हैं MSG से नुकसान होता है या नहीं यह तो अभी पूरी तरह स्पष्ट नहीं है लेकिन यह जरूर स्पष्ट है कि यह शरीर को किसी प्रकार का फायदा नहीं पहुंचाता। सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ा देता है।
पढ़ने के लिए धन्यवाद!
इस ब्लॉग की जानकारी ज्ञान के उद्देश्य से है और इसमें कोई चिकित्सकीय सिफारिश शामिल नहीं है। सलाह का पालन करने से पहले एक प्रमाणित चिकित्सक से परामर्श करें।
रीना जैन
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