Carrot

गाजर कब और कैसे खाएं? (When and How to Eat Carrots In Hindi)

गाजर को अंग्रेजी में Carrot कहते है। और इसका वैज्ञानिक नाम Daucus Carrot है। गाजर की तासीर ठंडी होती है। गाजर सब्जी होते हुए भी फल में गिनी जाती हैं क्योंकि इसकी ज्यादातर सब्जी ना बनाकर लोग इसे फल के रूप में खाना ज्यादा पसंद करते हैं। गाजर को सब्जी, सलाद, जूस या सूप किसी भी तरह से डाइट में शामिल किया जा सकता है। और तो और भारत के लोग गाजर का हल्‍वा कितना पसंद करते हैं, इसे बताने की जरूरत नहीं है। गाजर विटामिन-ए, विटामिन-सी, विटामिन-के, पोटेशियम , मैग्नीशियम, कॉपर ,कैरीटोनॉइड व आयरन जैसे कई जरूरी पोषक तत्वों से समृद्ध होती है गाजर विभिन्न रंग की होती है, जैसे लाल, पीली, नारंगी ,बैंगनी आदि।

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गाजर खाने के फायदे (Benefits of Eating Carrots In Hindi)

Carrots Large 3Kg - De Farmer
  • गाजर में फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। गाजर का सेवन  पाचनशक्ति को बढ़ा देता है।
  • गाजर में कैरोटीनायड होता है, जो दिल के मरीजों के लिए अच्छा माना जाता है।
  • गाजर का रोज सेवन कालेस्ट्राल के स्तर को कम कर सकता है।
  • गाजर विटामिन ए और ई की कमी को दूर करता है।
  • गाजर का सेवन गर्भवती महिला के शरीर में फोलेट का स्तर बढ़ाने में मदद कर सकता है।
  • गाजर के प्रतिदिन सेवन से ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है।
  • गाजर का सेवन करने से मसूड़ों से ब्लड आना बंद हो जाता है और दांतों की चमक बढ़ सकती है।
  • गाजर में बीटा कैरोटीन होती है और यह इम्यून सिस्टम को मजबूत बना सकता है।
  • गाजर का सलाद खाने से या गाज़र का जूस रोजाना पीने से चेहरे पर चमक आती है।
  • गाजर के नियमित सेवन से आंखों की रोशनी बढ़ सकती है।
  • गाजर का जूस पीने से शरीर में हिमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ाई जा सकती है।

गाजर खाने का सही समय (Best Time to Eat Carrots)

भोजन से पहले गाजर का सेवन सबसे अच्छा माना जाता है क्योंकि यह पाचन की पूरी प्रक्रिया में सहायता करता है। गाजर में फाइबर की उपस्थिति व्यक्ति के पाचन स्वास्थ्य में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पाचन स्वास्थ्य के अलावा, सलाद या कच्चे रूप में भोजन से पहले गाजर खाना बहुत अच्छा होता है।दिन के दौरान गाजर का सेवन करना सबसे अच्छा होता है क्योंकि यह सुनिश्चित करता है कि शरीर को विटामिन की आवश्यक खुराक मिल रही है। गाजर बीटा कैरोटीन में बहुत समृद्ध हैं जो विटामिन  ए का एक घटक है।

सुबह खाली पेट गाजर का जूस पीना लाभदायक होता है सुबह में गाजर का रस पीना ब्लड के डिटॉक्स के लिए सबसे अच्छा होता है। खाली पेट गाजर का जूस पी सकते हैं लेकिन कई लोगों को सुबह जूस पीने से परेशानी होती है, ऐसे में सबसे सेफ तरीका यह है कि गाजर का जूस दिन में किसी भी समय पी सकते हैं ।यदि आप रात के समय गाजर का सेवन करना चाहते हैं तो इसे पकाकर खाएं।

गाजर के औषधिय  उपयोग (Medicinal Uses of Carrots In Hindi)

  • एक ग्लास गाजर का जूस निकाल कर, प्रातः खाली पेट लेने से ,डाईजेशन से संबंधित समस्या दूर होती है, व वजन कम होता है । गाजर कच्ची खाने से कब्ज या कॉन्स्टिपेशन नहीं होता। 
  • आधी गाजर , दो टमाटर , दो पिस चुकुन्दर के इनको उबाल कर, सूप बनाकर प्रतिदिन दो बार ले । इससे आखों की रोशनी बढती है। 
  • चार चम्मच गाजर का जूस, एक पिंच दालचीनी पाउडर और आधी चम्मच शहद मिला कर 10 मिनिट फेस पर लगाये ,खूबसूरती बढ़ती है। 
  • गाजर के और आंवला के रस में काला नमक मिलाकर प्रतिदिन पियें। इससे पेशाब की जलन से छुटकारा मिलेगा।
  • गाजर के रस में काली मिर्च मिला कर पीने से सर्दी-खांसी, जुकाम और कफ की समस्या का खतरा कम हो जाता है। 
  • गाजर, पालक, चुकन्दर का मिश्रित रस एक-एक गिलास प्रतिदिन दो बार पीने से खून बढ़ता है।
  • लम्बे समय तक गाजर और पालक का एक गिलास रस पीते रहने से चश्मा भी हट सकता है।
  • गाजर का रस 3 भाग, टमाटर का रस 2 भाग और चुकंदर का रस 1 भाग निकालकर आधा गिलास की मात्रा में निरंतर 15-20 दिन सेवन करने से चेहरे की झुर्रियां, झांई, दाग-धब्बे, कील-मुहांसे दूर होकर चेहरा सुंदर हो जाता है |
  • मुह मे छाले होने पर गाजर के जूस पीने से बहुत फायदा मिलता है।
  • गाजर के ताजा पत्तों को चबाने से मुंह का अल्सर, मुंह में दुर्गंध, दांतो से खून आने की समस्या में लाभ मिलता है। 
  • गाजर को उबालकर, पीसकर जले हुए स्थान पर लेप करने से लाभ होता है।

गाजर  को डाइट में शामिल करने के तरीके (Ways to Include Carrots in the Diet)

गाजर को कई तरीकों से डाइट में शामिल किया जा सकता है। गाजर के सेवन करने के तरीकों के बारे में बता रहें हैं:

  • कच्ची गाजर स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती है। इसे आप सलाद के रूप में ले सकते हैं।
  • गाजर का आचार को डाइट में शामिल कर सकते हैं।
  • गाजर का जूस भी फायदा करता है।
  • गाजर का सूप बनाकर ले सकते हैं।
  • गाजर का हल्‍वा बनाकर ले सकते हैं।
  • बच्चे को गाजर की स्मूदी बनाकर खिला सकते हैं।
  • गाजर के साथ आलू और मटर मिलाकर सब्जी बना सकते हैं।
  • बच्चों को गाजर का पराठा, केक या चीला बनाकर दे सकते हैं।बच्चे को गाजर की स्मूदी बनाकर खिला सकते हैं।
  • गाजर के साथ आलू और मटर मिलाकर सब्जी बना सकते हैं।
  • बच्चों को गाजर का पराठा, केक या चीला बनाकर दे सकते हैं।

गाजर खाने के नुकसान (Side Effects of Eating Carrots in Hindi)

गाजर खाने से कोई खास नुकसान नहीं होता है परन्तु इसका सेवन एक निश्चित मात्रा में ही करना चाहिए।

  • गाजर का जूस फ्रेश निकालकर पीना चाहिए। रखे हुए गाजर के जूस में बैक्टीरिया पनप सकते हैं। इसका सेवन पेट दर्द या उल्टी का कारण बन सकता है।
  • गाजर में फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है जिससे गाजर का ज्यादा मात्रा में सेवन करना पेट दर्द का कारण बन सकता है।
  • गाजर पोलेन एलर्जी को ट्रिगर कर सकता है। इससे छींक आना, नाक बहना, आंखों का लाल होना व आंखों में खुजली आदि की परेशानी हो सकती है।
  • मधुमेह के रोगी को गाजर का प्रयोग कम ही करना चाहिए। मधुमेह से ग्रस्त रोगियों के लिए गाजर कच्चा खाने की बजय  वे इसका सेवन उबालकर कर सकते हैं।

नोट- गाजर को व्यंजनों के रूपों में खाने की अपेक्षा गाजर के रस को पीना या कच्ची गाजर खाना अधिक लाभदायक होता है। उबालकर, या तेल में तलकर इनके काफी गुण नष्ट हो जाते है इसलिए, ध्यान रखें कि, कच्चा छिलके सहित ही खाना चाहिए। गाजर सिजनेबल सब्जी है। इसे केवल सर्दी के समय ही लेवें।  साल भर आने वाली रसायनिक गाजर को भूलकर भी न खाएं। पैकेट बंद गाजर का जूस बिल्कुल न पिएं। इसमें मौजूद प्रिजर्वेटिव शरीर को फायदे की जगह नुकसान पहुंचा सकते हैं।

पढ़ने के लिए धन्यवाद! 

इस ब्लॉग की जानकारी ज्ञान के उद्देश्य से है और इसमें कोई चिकित्सकीय सिफारिश शामिल नहीं है। सलाह का पालन करने से पहले एक प्रमाणित चिकित्सक से परामर्श करें।

                                                                                                                                                                              रीना जैन

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